वो आज खूने-दिल से मेंहदी लगाये बैठे हैं, सारे किस्से मेरे दिल से लगाये बैठे हैं, ख़ामोशी में भी एक शोर है उनकी, सुर्ख जोड़े में खुद को बेवा बनाये बैठे हैं।