बिछड़ कर आप से हमको ख़ुशी अच्छी नहीं लगती, लबों पर ये बनावट की हँसी अच्छी नहीं लगती, कभी तो खूब लगती थी मगर ये सोचते हैं हम, कि मुझको क्यों मेरी ये ज़िन्दगी अच्छी नहीं लगती।